MP में तीसरी से आठवीं के प्रश्नपत्र ऑनलाइन बनेंगे

बहुविकल्पीय, लघुउत्तरीय और दीर्घउत्तरीय प्रश्न रहेंगे 

MP में तीसरी से आठवीं के प्रश्नपत्र ऑनलाइन बनेंगे

शिक्षक ऑनलाइन बनाएंगे प्रश्न, पारिश्रमिक भी मिलेगा

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP) समग्र शिक्षा प्रणाली को रटने की पुरानी प्रथा से अलग वास्तविक समझ और वास्तविक ज्ञान की ओर से जाने की पक्षधर है। NEP 2020 अनुसार शिक्षा का उद्देश्य केवल संज्ञानात्मक समझ न होकर चरित्र निर्माण और इक्कीसवीं सदी के मुख्य कौशलों यथासमालोचनात्मक चिन्तन (Critical Thinking), रचनात्मकता (Creativity), वैज्ञानिक दृष्टिकोण (Scientific attitute), वास्तविक जीवन आधारित ज्ञान (Real life based knowledge), विश्लेषण आधारित ज्ञान (Analysis based knowledge), संप्रेषण कौशल (Communication Skill), समस्या समाधान (Problem Solving) सहयोगपूर्ण अधिगम (Collaborative Learning) आदि क्षमताओं को विकसित करना है। वस्तुत: नवीन शिक्षा नीति अंतर्गत आकलन प्रक्रियाओं में रटत अधिगम(Rote Learning/ Recall Based Knowledge) से परे ज्ञान को वास्तविक जीवन में आत्मसात करने पर जोर दिया गया है, ताकि विद्यार्थियों का समग्र विकास हो सके। 


सीखने की प्रक्रिया द्वारा बच्चों में कक्षा एवं विषय अनुसार निर्धारित “अधिगम प्रतिफल” (Learning Outcomes) विकसित होने की अपेक्षा है। इसी उद्देश्य से आकलन की प्रक्रिया को अधिक प्रभावी बनाने हेतु कक्षा 3 से 8 के विभिन्‍न प्रकार के आकलन हेतु “रटत अधिगम” से हटकर उच्च गुणवत्तायुक्त प्रश्न निर्मित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही समय-समय पर होने वाले विभिन्‍न राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे (Nation Achievement Survey) में पूछे जाने वाले उच्च तार्किक क्षमता से युक्त प्रश्नों पर भी विभिन्‍न स्तर पर समझ बनाने की आवश्यकता हैं। 


इसी उद्देश्य से राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा ऑनलाईन प्रश्न बैंक का निर्माण किया गया है। जिसमें सभी प्रकार के प्रश्न ऑनलाईन बनाये जा सकेंगे। ऑनलाईन प्रश्न निर्माण हेतु RSK MP पोर्टल (www.rskmp.in) के आयटम बैंक मेन्यू में जाकर प्रश्न निर्माण किये जा सकेंगे। इस कार्य हेतु प्रश्न निर्माणकर्ता स्वयं के यूनिक आईडी का उपयोग लॉगिन पासवर्ड के रूप में करके मेन्यू में जा सकेंगे।


कक्षा 3 से 8 के सभी मुख्य विषयों यथा हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, मराठी, उर्दू, पर्यावरण अध्ययन, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान विषयों के लर्निंग आउटकम्स आधारित बहुविकल्पीय, लघुउत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न निर्मित किये जा सकेगे। बहुविकल्पीय प्रश्नो के निर्माण में यह विशेष रूप से ध्यान रखा जाए कि किसी भी स्थिति में प्रश्न ज्ञान आधारित (रटत अधिगम / डारेयक्ट इन्फॉरमेशन) प्रकृति के न हों | समस्त प्रश्न अनुप्रयोगात्मक कौशल (एप्लीकेशन बेस्ड) के ही रखे जाएं। प्रश्नों मे तथ्यात्मक व भाषागत त्रुटि न रहे। भाषा के बहुविकल्पीय प्रश्न NAS पैटर्न के हों अर्थात्‌ बहुविकलपीय प्रश्न अनुच्छेद आधारित, सूचनापटल आधारित, तालिका आधारित एवं पोस्टर / चित्र आधारित रखे जा सकते हैं। 


प्रश्न निर्माणकर्ता द्वारा अपलोड किये जाने वाले प्रश्नों को विषय विशेषज्ञों (मॉडरेशनकर्ताओं) के दल द्वारा मॉडरेट किया जाएगा एवं प्रश्नों की गुणवत्ता को परखा जाएगा। उच्च गुणवत्ता युक्त प्रश्नों को चिन्हित कर प्रश्न बैंक में सम्मिलित किया जाएगा। इस प्रश्न बैंक का उपयोग भविष्य मे होने वाले विभिन्‍न मूल्यांकन तथा छात्रों के प्रैक्टिस में किया जा सकेगा। प्रश्न निर्माणकर्ताओं को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से प्रश्न बैंक हेतु चयनित प्रश्नों के निर्माणकर्ता को उचित सम्मान (Due Recognition) दिया जाएगा तथा मानदेय का भी प्रावधान रहेगा। जिसका विस्तृत विवरण शीघ्र जारी किया जाएगा। 


राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल द्वारा जिले में समस्त शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में अध्यापन कराने वाले डाइट फैकेल्टी, एपीसी, बीआरसीसी, सीएसी, बीएसी, समस्त शिक्षक आदि स्वेच्छा से उपरोक्तानुसार प्रश्न निर्माण कार्य करने को कहा है।





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