NCERT Solutions | Class 11 Arthshastra Chapter 1

NCERT Solutions | Class 11 Arthshastra अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (Sankhyiki) Chapter 1 | परिचय 

NCERT Solutions for Class 11 Arthshastra अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (Sankhyiki) Chapter 1 परिचय

CBSE Solutions | Arthshastra Class 11

Check the below NCERT Solutions for Class 11 Arthshastra अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (Sankhyiki) Chapter 1 परिचय Pdf free download. NCERT Solutions Class 11 Arthshastra  were prepared based on the latest exam pattern. We have Provided परिचय Class 11 Arthshastra NCERT Solutions to help students understand the concept very well.

NCERT | Class 11 Arthshastra अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (Sankhyiki)

NCERT Solutions Class 11 Arthshastra
Book: National Council of Educational Research and Training (NCERT)
Board: Central Board of Secondary Education (CBSE)
Class: 11
Subject: Arthshastra
Chapter: 1
Chapters Name: परिचय
Medium: Hindi

परिचय | Class 11 Arthshastra | NCERT Books Solutions

You can refer to MCQ Questions for Class 11 Arthshastra अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (Sankhyiki) Chapter 1 परिचय to revise the concepts in the syllabus effectively and improve your chances of securing high marks in your board exams.

NCERT Solutions for Class 11 Economics Statistics for Economics Chapter 1 (Hindi Medium)

प्रश्न अभ्यास

(पाठ्यपुस्तक से)

प्र.1. निम्नलिखित कथन सही है अथवा गलत? इन्हें तदनुसार चिह्नित कीजिए।

(क) सांख्यिकी केवल मात्रात्मक आँकड़ों का अध्ययन करती है।
(ख) सांख्यिकी आर्थिक समस्याओं का समाधान करती है।
(ग) आँकड़ों के बिना अर्थशास्त्र में सांख्यिकी का कोई उपयोग नहीं है।

उत्तर :

(क) सही
(ख) गलत
(ग) सही

प्र.2 बस स्टैंड या बाजार में होने वाले क्रियाकलापों की सूची बनाएँ। इनमें से कितने आर्थिक क्रियाकलाप हैं?
उत्तर :
बस स्टैंड या बाज़ार में निम्नलिखित क्रियाकलाप देखने को मिलते हैं।

(क) उत्पादन
(ख) उपयोग
(ग) निवेश
(घ) वितरण
(ङ) विनिमय

प्र.3. सरकार और नीति-निर्माता आर्थिक विकास के लिए उपयुक्त नीतियों के निर्माण के लिए सांख्यिकीय आँकड़ों का प्रयोग करते हैं। दो उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए।
उत्तर :
आँकड़ों के समर्थन के बिना किसी भी सरकारी नीति का निर्माण संभव नहीं है। सरकार सभी आर्थिक समस्याओं चाहे वे निर्धनता हो, बेरोजगारी हो, जनसंख्या हो, जनांनकीय चुनौतियाँ हों या कोई और समस्या हो, का समाधान करने के लिए सांख्यिकी आँकड़ों का प्रयोग करती है।

उदाहरण के लिए, यदि सरकार बालिकाओं के शिक्षा स्तर में सुधार के लिए एक नीति लाना चाहती है तो पहले इस समस्या की गंभीरता एवं कारण जानने की आवश्यकता है। इसमें सांख्यिकीय उपकरण बहुत मदद करते हैं। नीति उद्घोषणा के बाद नीति की प्रभावशीलता जानने के लिए भी सांख्यिकी का उपयोग किया जायेगा। इसी प्रकार, यदि सरकार देश की जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए कुछ करना चाहती है तो इसे एक प्रभावी नीति घोषणा करने की आवश्यकता है। घोषणा वह प्रभावी होगी जो बढ़ती हुई जनसंख्या के कारणों पर आक्रमण करे तथा बढ़ती जनसंख्या के कारण जानने के लिए पुनः सांख्यिकीय उपकरणों का प्रयोग करे।।

प्र.4. “आपकी आवश्यकताएँ असीमित हैं तथा उनकी पूर्ति करने के लिए आपके पास संसाधन सीमित हैं।” उदाहरणों द्वारा इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर :
हमारी आवश्यकताएँ असीमित हैं परंतु उनकी पूर्ति करने के लिए हमारे पास संसाधन सीमित हैं। उदाहरण के लिए, आपके परिवार की आय सीमित है जबकि आपकी इच्छाएँ असीमित हैं। आप इतनी सारी वस्तुएँ एवं सेवाएँ खरीदना चाहते हैं जो आप अपनी सीमित आय में नहीं खरीद सकते। अतः आपको चयन करना पड़ता है। इसी तरह आपके पास सीमित समय है और उसके बहुत से उप्रयोग हैं। आप खेलना चाहते हैं, नाचना चाहते हैं, पढ़ना चाहते हैं, सोना चाहते हैं, बातें करना चाहते हैं परंतु जीवन की सीमित सीमा में आप ये सब नहीं कर सकते। अतः आपको पुनः चयन करना पड़ता है।

प्र.5. उन आवश्यकताओं को चुनाव आप कैसे करेंगे, जिनकी आप पूर्ति करना चाहेंगे?
उत्तर :
हालाँकि हमारी आवश्यकताएँ असीमित हैं परंतु ये आवश्यकताएँ तीव्रता एवं अनिवार्यता के स्तर में भिन्न हैं। कुछ आवश्यकताएँ अन्य आवश्यकताओं की तुलना में अधिक तीव्र एवं अनिवार्य होती हैं। हम अधिक तीव्र एवं अनिवार्य आवश्यकताओं को पहले प्राथमिकता देते हैं। उदाहरण के लिए, एक परिवार घूमने के लिए स्वीटजरलैंड जाना चाहता है तथा एक मकान खरीदना चाहता है। क्योंकि वह किराये के मकान में रह रहा है। हम यह उम्मीद कर सकते हैं कि वह पहले मकान खरीदेगा बाद में घूमने जायेगा। एक उपभोक्ता ऐसा समूह खरीदना चाहता है जो उसे अधिकतम उपयोगिता प्रदान करता हो, एक उत्पादक ऐसे समूह का चयन करता है। जिससे उसे उत्पादन लागत न्यूनतम पड़ती है, एक निवेशक ऐसे निवेशों का चयन करता है जो उसे अधिकतम लाभ देते हों।

प्र.6. आप अर्थशास्त्र का अध्ययन क्यों करना चाहते हैं? कारण बताइए।
उत्तर :
अर्थशास्त्र की आवश्यकता जीवन के हर क्षेत्र में पड़ती है
(क) एक उपभोक्ता के रूप में-हम सभी की सीमित आय एवं इससे हम अपनी असीमित इच्छाएँ पूरी करना चाहते हैं। अर्थशास्त्र हमें उपभोग एवं आय के विभिन्न वस्तुओं एवं सेवाओं में आबंटन से संबंधित संयोग का निर्णय लेने में सहायता करता है।
(ख) एक उत्पादक के रूप में-एक उत्पादक इस तरह वस्तुओं एवं सेवाओं का उत्पादन करना चाहता है, जिससे उत्पादन की लागत न्यूनतम तथा लाभ अधिकतम हो। अर्थशास्त्र हमें ऐसे सिद्धांत देता है जिनसे हम ऐसे संयोग का चुनाव कर सकें।
(ग) एक निवेशक के रूप में-एक निवेशक के रूप में हमें अपने धन को ऐसे परियोजना में लगाने की आवश्यकता है। जो हमें अधिकतम अर्जन यूनतम जोखिम के साथ प्राप्त कराये। पुनः अर्थशास्त्र हमें ऐसे सिद्धांत देता है जो ऐसा संयोग प्राप्त करने में सहायता करते हैं।
(घ) एक नागरिक के रूप में-अर्थशास्त्र हमें सरकारी नीतियों का समाज एवं अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव को समझने में सहायता करता है। तदनुसार हम यह कह सकते हैं कि सरकार कुशलता से कार्य कर रही है या नहीं।
(ङ) एक मनुष्य के रूप में-जब हम दुर्लभता के सिद्धांत को अपने दैनिक जीवन में लागू करते हैं तो हमें यह अहसास होता है कि समय हमारा सबसे दुर्लभ और गैर पुर्ननवीनीकरणीय स्रोत है। अपनी पूरी संपत्ति खर्च करके भी हम जीवन का एक क्षण नहीं बढ़ा सकते। अतः हमें अपने समय का अवश्य ही सर्वोत्तम उपयोग करना चाहिए। यह हमें कुशलता, सर्वोत्तम उपयोगिता, कोई बर्बादी नहीं, विवेकशीलता तथा निर्णय लेना लागत-लाभ विश्लेषण के आधार पर सिखाता है।

प्र.7. सांख्यिकीय विधियाँ सामान्य बुद्धि का स्थानापन्न नहीं होती!’ अपने दैनिक जीवन के उदाहरणों द्वारा इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर :
सांख्यिकीय विधियाँ सामान्य बुद्धि का स्थानापन्न नहीं होती। बहुत बार सांख्यिकी ऐसे परिणाम देती है जो सामान्य बुद्धि के आधार पर अर्थपूर्ण नहीं लगते। वास्तव में तो सामान्य बुद्धि का कोई भी स्थानापन्न नहीं है, सांख्यिकीय भी नहीं।

एक व्यक्ति ने एक सर्वेक्षण किया और पाया कि जिन स्थानों पर अस्पताल अधिक थे, वहाँ पर मृत्यु दरें भी अधिक थी तो उसने निष्कर्ष निकाला कि अस्पताल बढ़ती मृत्यु दरों का कारण है।

एक अन्य उदाहरण एक ऐसी परिस्थिति का हो सकता है। एक अध्यापक अपने विद्यार्थियों के अंकों को उनके कद पर आँकड़े इकट्टे करे और पाये कि लंबे बच्चों के अंक छोटे कद वाले विद्यार्थियों से बेहतर थे। आप यह निष्कर्ष दे दें कि कद ही अच्छे अंकों का कारण है।

अतः हम यह कह सकते हैं कि सांख्यिकी सामान्य बुद्धि का स्थानापन्न नहीं है।

NCERT Class 11 Arthshastra अर्थशास्त्र में सांख्यिकी (Sankhyiki)

Class 11 Arthshastra Chapters | Arthshastra Class 11 Chapter 1

NCERT Solutions for Class 11 Economics (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 11 Economics (Hindi Medium): Statistics for Economics (खण्ड-1 अर्थशास्त्र में सांख्यिकी)

NCERT Solutions for Class 11 Economics (Hindi Medium)

NCERT Solutions for Class 11 Economics: Indian Economic Development (खण्ड -2 भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास)

NCERT SOLUTIONS

Post a Comment

इस पेज / वेबसाइट की त्रुटियों / गलतियों को यहाँ दर्ज कीजिये
(Errors/mistakes on this page/website enter here)

Previous Post Next Post