NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 9 भारत माता

NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 9 भारत माता 

NCERT Solutions for Class11 Hindi Aroh  Chapter 9 भारत माता

भारत माता Class 11 Hindi Aroh NCERT Solutions

Check the below NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 9 भारत माता Pdf free download. NCERT Solutions Class 11 Hindi Aroh  were prepared based on the latest exam pattern. We have Provided भारत माता Class 11 Hindi Aroh NCERT Solutions to help students understand the concept very well.

Class 11 Hindi Aroh Chapter 9 CBSE NCERT Solutions

NCERT Solutions Class11 Hindi Aroh
Book: National Council of Educational Research and Training (NCERT)
Board: Central Board of Secondary Education (CBSE)
Class: 11th Class
Subject: Hindi Aroh
Chapter: 9
Chapters Name: भारत माता
Medium: Hindi

भारत माता Class 11 Hindi Aroh NCERT Books Solutions

You can refer to MCQ Questions for Class 11 Hindi Aroh Chapter 9 भारत माता to revise the concepts in the syllabus effectively and improve your chances of securing high marks in your board exams.

भारत माता (अभ्यास प्रश्न)


प्रश्न 1. भारत के चर्चा नेहरू जी कब और किससे करते थे?
नेहरू जी अक्सर एक जलसे से दूसरे जलसे में जाते तो भारत की चर्चा करते। वे भारत की चर्चा शहरों में रहने वाले सयाने लोगों की अपेक्षा गाँव में रहने वाले भोले-भाले किसानों से करना चाहते थे क्योंकि गाँव के किसानों का नजरिया सीमित था। वे इस बात को जानते थे कि देश का एक हिस्सा दूसरे से जुदा होते हुए भी एक है।
प्रश्न 2. नेहरू जी भारत के सभी किसानों से कौन सा प्रश्न बार-बार करते थे?
जलसे में पहुँचने पर जब नेहरू जी का स्वागत भारत माता की जय के नारे के साथ किया जाता था तब वहाँ उपस्थित लोगों से नेहरू जी यह प्रश्न करते कि इस नारे का क्या अर्थ है? भारत माता कौन है? जिसकी वे जय करते हैं। उनके द्वारा भारत माता से अभिप्राय धरती है। ऐसा कहने पर नेहरू जी प्रश्न पूछते कि कौन सी धरती? गाँव की धरती, सूबे की धरती या पूरे हिंदुस्तान की धरती? इस प्रकार नेहरू जी भारत माता के विषय में प्रश्न करते रहते।
प्रश्न 3. दुनिया के बारे में किसानों को बताना नेहरू जी के लिए क्यों आसान था?
दुनियाभर के बारे में किसानों को बताना नेहरू जी के लिए इसलिए आसान था क्योंकि गाँव के किसान शहर के लोगों की अपेक्षा भोले-भाले तथा सरल स्वभाव के थे। दुनियाभर के बारे में जानने की इच्छा उनमें सीमित थी। गाँव के किसानों में काफी लोग ऐसे थे जिन्होंने महाकाव्य तथा पुराणों को पढ़ रखा था। उनमें कुछ पुराने सिपाही थे जिन्होंने विदेशों में नौकरियाँ की थी। इसलिए उन्हें नेहरू जी की बात आसानी से समझ में आ जाती थी।
प्रश्न 4. किसान सामान्यतः भारत माता का क्या क्या अर्थ लेते थे?
किसान सामान्यतः भारत माता का अर्थ 'धरती' लेते थे।
प्रश्न 5. भारत माता के प्रति नेहरू जी की क्या अवधारणा थी?
भारत माता के प्रति नेहरू जी की यह अवधारणा थी कि हिंदुस्तान की नदी, पहाड़, जंगल और खेत ये सभी भारत माता है। साथ ही साथ हिंदुस्तान के करोड़ों लोग जो देश में चारों ओर फैले हुए हैं, भारत माता हैं। 'भारत माता की जय' से मतलब भारत के उन सभी लोगों की जय से हैं।
प्रश्न 6. आजादी से पूर्व किसानों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता था?
आजादी से पूर्व किसानों को अंग्रेजी सरकार के अत्याचार सहन करने पड़ते थे जो उनके लिए असहाय बनते जा रहे थे। आजादी से पूर्व किसानों को आर्थिक मंदी, पूँजीपतियों के शिकंजे, जमीदार व महाजन के कड़े लगान और पुलिस के अत्याचार आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता था।

भारत माता (अति महत्त्वपूर्ण प्रश्न)


प्रश्न 1:
'भारत माता' पाठ का प्रतिपाद्य बताइए।
उत्तर-
'भारत माता अध्याय हिंदुस्तान की कहानी का पाँचवाँ अध्याय है। इसमें नेहरू ने बताया है कि किस तरह देश के कोने कोने में आयोजित । जलसों में जाकर वे आम लोगों को बताते थे कि अनेक हिस्सों में बँटा होने के बाद भी हिंदुस्तान एक है। इस अपार फैलाव के बीच एकता के क्या आधार हैं और क्यों भारत एक देश है, जिसके सभी हिस्सों की नियति एक ही तरीके से बनती बिगड़ती है। उन्होंने भारत माता शब्द पर भी विचार किया तथा यह निष्कर्ष निकाला कि भारत माता की जय का मतलब है यहाँ के करोड़ों-करोड़ लोगों की जय।
प्रश्न 2:
लोगों की आँखों में कब चमक आ जाती थी?
उत्तर-
नेहरू जी लोगों को बताते थे कि तुम ही भारत माता के अंश हो। एक तरह से तुम ही भारत माता हो। यह बात जब उनकी समझ में आ जाती थी तो उनकी आँखों में चमक आ जाती थी। उन्हें लगता था मानो उन्होंने कोई खोज कर ली हो।
प्रश्न 3:
लेखक गाँवों व शहरों में अपने भाषणों में क्या अंतर रखते थे?
उत्तर-
लेखक देश भर में भ्रमण कर जगह-जगह भाषण देते थे। शहरों में उनके भाषणों का विषय अलग होता था। शहरी लोग शिक्षित व समझदार होते थे। उनकी समस्याएँ भी भिन्न प्रकार की होती थीं। वहाँ नेहरू जी विकास या स्वतंत्रता संबंधी बातें करते थे। गाँव में लोग अनपढ़ या । कम पढ़े-लिखे होते थे। उनका दायरा भी सीमित होता था तथा वे संकीर्ण मानसिकता के थे। देहातों में नेहरू विदेशों की चर्चा करते थे। उन्हें यह समझाते थे कि वे देश का ही एक हिस्सा है। वे देश की एकता पर बल देते थे।

भारत माता (पठित गद्यांश)


निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
1. अकसर गल में एक जलसे में दूसरे जलसे में जाता होता, और इस तरह चक्कर काटता रहता होता था, तो इन जलसों में मैं अपने सुनने वालों से अपने इस हिंदुस्तान या भारत की चर्चा करता। भारत एक संस्त शब्द है और इस जाति के परंपरागत संस्थापक ये नाम से निकला हुआ है। मैं शहरों में ऐसा बहुत कम करता, क्योंकि वहाँ के सुनने वाले कुछ ज्यादा सयाने थे और उन्हें दूसरे ही किस्म के गिज़ा की जरूरत थी। लेकिन किसानों से जिनका नजरिया महदूद या था, मैं इस बड़े देश की चर्चा करता, जिसकी आज़ादी के लिए हम लोग कोशिश कर रहे थे और बताता कि किस तरह देश का एक हिस्सा दूसरे से जुदा होते हुए भी हिंदुस्तान एक था। मैं उन मसलों का जिक्र करता, उत्तर से लेकर दविखन तक उऔर पूरब से लेकर पछिम तक किसानों के लिए यक साँ थे, और स्वराज्य का भी जिक्र करता, जो थोड़े लोगों के लिए नहीं बल्कि सभी के फायदे के लिए हो सकता धा।'
प्रश्न
1. 'भारत' शब्द के बारे में लेखक क्या बताता हैं।
2. लेखक ने शहरी लोगों को ज्यादा सयाना क्यों कहा है।
3. लेखक को किसानों को हिंदुस्तान की एकता बताना क्यों जरूरी लगता था?
उत्तर-
1, 'भारत' शब्द के बारे में लेखक बताता है कि यह संस्कृत का शब्द है और यह इस जाति के परंपरागत संस्थापक' के नाम से निकला हुआ है।
2. लेखक ने शहरी लोगों को ज्यादा सयाना कहा है, क्योंकि शहरी लोगों की रुचि अलग किस्म की होती है। वे दूसरी बातों में ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं।"
3. लेखक को हिंदुस्तान की एकता बताता बहुत जरूरी लगता था, क्योंकि गाँव के लोग हिंदुस्तान का अर्थ नहीं समझते थे। लेखक उन्हें बताता कि सारा देश एक है। सारे देश के किसानों की समस्याएँ एक जैसी हैं। सभी लोग स्वराज्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
2. मैं उत्तर से पश्चिम की खैबर के दर्रो से लेकर धुर दक्खिन में कन्याकुमारी तक की अपनी यात्रा का हाल बताता और यह कहता कि सभी जगह किसान मुझसे एक से सवाल करते, क्योंकि उनकी तकलीफें एक सी थीं-यानी गरीबों कर्जदारों, पूँजीपतियों के शिकंजे, ज़मींदार, महाजन, कहे लगान और सूद पुलिस के जुल्म, और ये सभी बातें गुथी हुई थीं, उस उड़े के साथ, जिसे एक विदेशी सरकार ने हम पर लाद रखा था और इनसे छुटकारा भी सभी को हासिल करना था। मैंने इस बात की कोशिश की कि लोग सारे हिंदुस्तान के बारे में सोचे और कुरु हद तक इस बड़ी दुनिया के बारे में भी, जिसके हम एक जुज़ हैं। मैं अपनी बातचीत में चीन, स्पेन, अबीसिनिया मध्य यूरोप, मिस्र और पच्छिमी एशिया में होनेवाले कशमकशों का जिक्र भी ले आता।
प्रश्न
1. लेखक ने कहाँ-कहों की यात्रा की? क्यों?
2. लेखक किससे छुटकारा पाने की बात कर रहा है।
3. लेखक किसानों के दृष्टिकोण में किस प्रकार का परिवर्तन लाना चाहता है।
उत्तर-
1. लेखक ने उत्तर-पच्छिम में खबर के दरें से लेकर धुर दक्षिण में कन्याकुमारी तक की यात्रा की थी। वह सारे देश के लोगों को स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए प्रेरित कर रहा था।
2. लेखक विदेशी शासन से छुटकारा पाने की बात करता है जिसके कारण सभी का शोषण हो रहा है।
3. लेखक किसानों के दृष्टिकोण में व्यापकता लाना चाहता है। वह कोशिश करता है कि लोग अपने देश के बारे में सोचें। वह उन्हें पूरे विश्च से भी जाना चाहता है। अर्थात् क्षेत्रीयता की भावना त्यागकर पूरे राष्ट्र के बारे में अपनी सोच विकसित करे।
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
3. मैं उन्हें सोवियत यूनियन में होने वाली अधज़ भरी तब्दीलियों का हाल भी बताता और कहता कि अमरीका ने की तरक्की की है। यह काम आसान न था, लेकिन जैसा मैंने समझ रखा था, वैसा मुश्किल भी न था। इसकी वजह यह थी कि हमारे पुराने महाकाव्य ने और पुराणों की कथा कहानियों ने, जिन्हें वे खूब जानते थे, उन्हें इस देश की कल्पना करा दी थी, और हमेशा कुछ लोग ऐसे मिल जाते थे, जिन्होंने हमारे वाले अहे तीर्थों की यात्रा कर रखी थी, जो हिंदुस्तान के चारों कोनों पर हैं। या हमें पुराने सिपाही मिल ||ते, जिन्होंने पिछली थी जंग में या और धार्यों के सिलसिले में विदेशों में नौकरियों की थीं। सन् तीस के बाद जो आर्थिक मंदी पैदा हुई थी, उसकी वजह से दूसरे मुल्कों के बारे में मेरे हवाले उनकी समझ में आ जाते थे।
प्रश्न
1. लेखक किन-किन देशों की चर्चा करता था? इसका उद्देश्य क्या था?
2. लेखक के लिए कौन-सा काम मुश्किल लगता था जो आसान हो गया?
3. विदेशों के बारे में श्रोता लेखक की बातें किस प्रकार समझ लेते थे।
उत्तर
1. लेखक किसानों को सोवियत यूनियन में होने वाले आश्चर्यजनक परिवर्तनों तथा अमरीका की तरक्की के बारे में बताता था। इसका उद्देश्य था स्वतंत्रता के उपरांत देश का भरपूर विकास करना।
2. लेखक को ग्रामीणों को देश-विदेश की व्यापक जानकारी देना मुश्किल लग रहा था, क्योंकि इनका दायरा सीमित था। यह कार्य भासान इसलिए हो गया, क्योंकि ग्रामीणों ने महाकाव्यों व पुराणों में अनेक किस्से-कहानी सुन रखे थे।
3, विदेशों के बारे में श्रोता लेखक की बातों को निम्न कारणों से समझ लेते थे-
(क) विदेशों की बड़ी लड़ाई में भारतीयों ने भाग लिया था।
(ख) विदेश में नौकरी करके आए भारतीय वहाँ के विषय में बताते हैं।
(ग) तीस की आर्थिक मंदी से किसान परिचित थे।
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
4. कभी ऐसा भी होता कि जब मैं किसी जलसे में पहुँचता, तो मेरा स्वागत 'भारत माता की जय!' इस नारे से जोर के साथ किया जाता। मैं लोगों से अचानक पूछ बैठता कि इस नारे से उनका क्या मतलब है? यह भारत माता कौन है, जिसकी वे जय चाहते हैं। मेरे सवाल से उन्हें कुतूहल और ताज्जुब होता और कुछ जवाब न बन पड़ने पर वे एक-दूसरे की तरफ या मेरी तरफ देखने लग जाते। मैं सवाल करता ही रहता। आखिर एक हट्टे-कट्टे जाट ने, जो अनगिनत पीढ़ियों से किसानी करता आया था, जवाब दिया कि भारत माता से उनका मतलब धरती से है। कौन-सी धरती? खास उनके गाँव की धरती या जिले की या सूबे की या सारे हिंदुस्तान की धरती से उनका मतलब है। इस तरह सवाल-जवाब चलते रहते, यहाँ तक कि वे ऊबकर मुझसे कहने लगते कि मैं ही बताऊँ।
प्रश्न
1. नेहरू का स्वागत केसे और क्यों होता था?
2. लेखक ग्रामीणों से क्या प्रश्न पूछता था? उसका क्या प्रभाव होता?
3. लगा लखक से क्यों ऊबने लगते थे?
उत्तर-
1. जब नेहरू किसी सभा में पहुँचते, तो उनका स्वागत 'भारत माता की जय!' के नारे लगाकर किया जाता था। लोग उन्हें स्वतंत्रता सेनानी मानते थे।
2. लेखक ग्रामीणों से पूछता कि भारत माता की जय!' नारे से उनका क्या मतलब है? यह भारत माता कौन है जिसकी वे जय चाहते हैं? लेखक के प्रश्न से ग्रामीणों को हैरानी होती और वे एक दूसरे की तरफ या लेखक की तरफ देखने लग जाते। उनसे कोई जवाब नहीं बनता।
3. लेखक किसानों से 'भारत माता' का अर्थ पूछते थे। जवाब मिलने पर फिर कई तरह के प्रश्न पूछते थे; जैसेकौन-सी धरती? उनके गाँव की धरती या जिले की या सूबे की या सारे हिंदुस्तान की धरती? इस तरह के सवालों से ग्रामीण ऊबने लगते थे।
निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
5. मैं इसकी कोशिश करता और बताता कि हिंदुस्तान वह सब कुछ है, जिसे उन्होंने समझ रखा है, लेकिन वह इससे भी बहुत ज्यादा है। हिंदुस्तान के नदी और पहाड़, जंगल और खेत, जो हमें अन्न देते हैं, ये सभी हमें अजीज हैं, लेकिन आखिरकार जिनकी गिनती है, वे हैं । हिंदुस्तान के लोग, उनके और मेरे जैसे लोग, जो इस सारे देश में फैले हुए हैं। भारत माता दरअसल यही करोड़ों लोग हैं, और 'भारत माता की जय!' से मतलब हुआ इन लोगों की जय का। मैं उनसे कहता कि तुम इस भारत माता के अंश हो, एक तरह से तुम ही भारत माता हो, और जैसे जैसे ये विचार उनके मन में बैठते, उनकी आँखों में चमक आ जाती, इस तरह, मानो उन्होंने कोई बड़ी खोज कर ली हो।
प्रश्न
1. लेखक ने हिंदुस्तान का विस्तृत रूप लोगों को किस तरह समझाया?
2. किसानों की आँखों में चमक आने का क्या कारण है?
3. ये सभी हमें अजीज हैं। आपको अपने देश में क्या क्या अजीज लगता है?
उत्तर-
1. लेखक लोगों को बताता था कि जितना कुछ वे सभी जानते हैं, वह सब हिंदुस्तान है। लेकिन इसके अलावा हिंदुस्तान बहुत विस्तृत है। जिसमें यहाँ की नदियाँ, पहाड़, झरने, जंगल, खेत सब कुछ आ जाते हैं। देश के नदी, पहाड़, खेत और हिंदुस्तान के लोग भी भारत माता हैं। ये सारे देश में फैले हुए हैं।
2. जब लेखक किसानों को 'भारत माता की जय' नारे का अर्थ बताते हैं तो उन्हें इस बात का गर्व अनुभव होता है कि वे भी भारत माता के अंग हैं। यह सोचकर उनकी आँखों में चमक आ जाती है।
3. जिस प्रकार लेखक को हिंदुस्तान से असीम लगाव था, उसी प्रकार में भी अपने देश से अगाध प्यार करता हूँ। मैं यहाँ की नदियाँ, पेड़पहाड़, झरने, सागर, अन्न, खेतों से बहुत लगाव रखता हूँ। इन सबसे बढ़कर मैं यहाँ के लोगों से प्यार करता हूँ। मुझे ये सब अत्यंतअजीज़ हैं।

Hindi Vyakaran


Hindi Grammar Syllabus Class 11 CBSE

Here is the list of chapters for Class 11 Hindi Core NCERT Textbook.

NCERT Solutions for Class 11 Hindi Aroh (आरोह)

पाठ्यपुस्तक एवं पूरक पाठ्यपुस्तक
आरोह, भाग-1
(पाठ्यपुस्तक)

(अ) गद्य भाग

(ब) काव्य भाग

NCERT Solutions for Class 11 Hindi Vitan (वितान)

वितान, भाग-1
(पूरक पाठ्यपुस्तक)

CBSE Class 11 Hindi कार्यालयी हिंदी और रचनात्मक लेखन

CBSE Class 11 Hindi Unseen Passages अपठित बोध

CBSE Class 11 Hindi Grammar हिंदी व्याकरण

NCERT Solutions for Class 12 All Subjects NCERT Solutions for Class 10 All Subjects
NCERT Solutions for Class 11 All Subjects NCERT Solutions for Class 9 All Subjects

NCERT SOLUTIONS

Post a Comment

इस पेज / वेबसाइट की त्रुटियों / गलतियों को यहाँ दर्ज कीजिये
(Errors/mistakes on this page/website enter here)

Previous Post Next Post